Sunday 19 March 2017

कौन खोलेगा पोल

अभी कुछ समय पूर्व सीमा सुरक्षा बल के कांस्टेबल श्री तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया पर विडियो के माध्यम से सैनिको के दिए जा रहे घटिया खाने की पोल खोली  थी। विडियो जितनी तेजी से वायरल हुआ, सीमा सुरक्षा बल और रक्षा मंत्रालय में उतनी तेजी से सनसनी फैल गयी। भ्रष्टाचार का पर्दाफार करने वाले को सम्मान और सुरक्षा देने के बजाय उल्टा उस पर ही अनुशासनहीनता के आरोप लगाए गए। खाने की गुडवत्ता की दिखावटी जांच के साथ सैनिक के पुराने रिकॉर्ड निकालकर किसी भी प्रकार से उसे गैरज़िम्मेदार साबित करने की पुरजोर  कोशिश शुरू हो गई।

बी एस ऍफ़ के आला अधिकारियों ने नसीहत या यूँ कहे कि धमकी दी कि किसी भी प्रकार की समस्या अपने उच्च अधिकारी को बताई जाए। यह तो वैसी ही बात हो गयी जैसे कि चोर से ही जाकर चोरी की शिकायत करना। अब भला कोई  स्वयं के खिलाफ आरोप क्यों सुनेगा। एक  तरफ सरकार 24 घंटे सोशल मीडिया पर कपनी उपलब्धियां गिनाने से नहीं थकती, बार बार जनता से प्रतिक्रिया देने को कहा जाता है वही दूसरी और रक्षा मंत्री जी कहते हैं कि सैनिक अपनी शिकायते सोशल मीडिया पर न डाले क्योंकि विभागीय शिकायतों को तो दबाया जा सकता है पर सोशल मीडिया पर तो सारी जनता को पता चल जायेगा की सरकार  भ्रष्टाचार को लेकर कितनी गंभीर है।

खेद का विषय है कि जिन सैनिको की दुहाई देकर सरकार आम जनता को नोटेबन्दी से होने वाली सभी समस्याओं को झेलने की नसीहत देती है उन्ही सैनिको के राशन में होने वाले घपलों को हलके में लिया जा रहा है। यदि भ्रष्टाचार की पोल खोलने वालों को हतोत्साहित और प्रताड़ित करने का सरकार का यही रवैया रहा तो कोई भी व्यक्ति अपनी जान खतरे में डाल कर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ नहीं उठाएगा। इस प्रकार तेज बहादुर जैसे देशभक्तो ने जो आशा की एक छोटी सी लौ जलायी है वह भी बुझा दी जायेगी और हमारे बाबुओं और माननीयों को लूट की झूली छूट मिल जायेगी।

जनसत्ता 08 मार्च 2017

http://www.jansatta.com/chopal/chaupal-will-open-poll-health-question/270468/